बाबा तिलका मांझी दो भारत दिसोम रिन पोरथोम आंदोलनकारी तांहेकानाय। उनि गे जोतो खोन माड़ाड. अंगरेजाक् नाहाचार बिरूध लाड़हाय लेनाय आर ओना खातिर आजा: जिवी हों एम लेत् आय। ओनाते दिसोम जाकात् रिन सानाम होड़को उनियाक् ञुतुम दो मानोत् सालाक् को हातावा।
तिलका मांझी याक् जानाम दो 11 फरवरी 1750 ई. सेरमा रे बिहार पोनोत् रेनाक् तिलकपुर आतु रे हुय लेना। उनि दो मुर्मू पारिस होड़े तांहेकाना। तिलका मांझी दो जबरा पहाड़िया ञुतुम तेहों को होहोवाय तांहेंना। आच् रिन आपाताक् (बाबा) ञुतुम दो सुंदरा मुर्मू आर ऐंगाताक् (आयो) ञुतुम दो पानो मुर्मू तांहेंकाना। आच् बाबा दो पारगाना होड़े तांहेकाना। ओना ओकतो पारगाना दुपड़ुब आर दोरबार-बिचार कोदो आच् बाबा होतेत ते तिलकपुर आतु रेगे हुयू: कान तांहेकाना। ओनाते तिलका मांझी हों गिदरा खोन गे आडी सेयान आर आकिलान होड़े तांहेकाना। होड़ को चेत् लेकाते जुमिद् दोहो कोवा, ओना दो भागी लेका बाडाय तांहेना।
तिलका मांझीया: दो माराड. बुरू चेतान रे आडी पातयाव ताहेंकाना आर उनि केगे सेबा-देबाय तांहेंना। उनि दो भागलपुर रेनाक् बुढ़ाथान ञुतुमान जायगा रे बोंगाय तांहेंना। सेदाय होड़़ कोवाक् लाय लेकाते " माराड. बुरूवाक् दाड़े तेगे उनि दो मितधाव् आजा: तिरयो ते मेड़हेत रिन बोदा हाक् होटो: घांडिच् केत् आ "। गिडंवारी चापात् आर सार तुञ दो तिलका मांझी आडी भागी लेका बाडाय तांहेंकाना। जाहां सेत् गे सार जोस काते तुञ आय, ओना दो ओंडे गे चालाव काते लागा आ।
तिलका मांझी आजा: धोरोम दो सारना धोरोम गे मानाव लेत् आय। सांताड़ सांवता रेनाक् आरिचाली मानाव-बाताव होड़े तांहेकाना। उनियाक् मेनते धिरी-बुरू रेगे आबोरिन बोंगा को मेना: कोवा। ओनातो आबोवाक् नोवा दारे-बुरु आर तांहेन जायगा कोदो आंगरेजाक् गोबोल रे बाड.बो सेन होचो वाआ। नोंवा बाञ्चाव लागित् उनकू सांव लाड़हाय हुयू: आ। तिलका मांझी दो आंगरेज सांव लाड़हाय लागित् आडी गान होड़े जुमिद् लेत् कोवा आर उनकू होड़ दो ओत्-हासा बाञ्चाव लागित् आको वाक् जिवी होंको आलाय लेत् आ।
ओना ओकतो गे बिहार पोनोत् रेनाक् भागलपुर जिला हों आंगरेजाक् गोबोल रे चालाव एना। उन जोखोच् भागलपुर जिला रेनाक् बुरू टोठा दो " जंगल तराई " को मेताक् कान ताहेंकाना। आंगरेज दो ओंडे रिन होड़को सांव आडी बाड़िच् को बेभार ए तांहेना आर आको वाक् मोने कुसी खाजना को हातावेत् ताहेंना। पारगाना पोद होंको मुचात् केआ। आंगरेज दो पाहाड़िया जाति रिन होड़ ठेन खोन गोड़ो ञाम लागित्, उनकु को आको सालाक् को मेसा केत् कोवा। आंगरेज दो उनकु ठेन खोन खाजना दो बाड.को हातावा तांहेना। आंगरेज कोवाक् नोवा नाहाचार ञेलते तिलका मांझी दो आडी खाराप ए बुझाव् केत् आ। ओनाते आंगरेजा: विरूध 1784 ई. रे आंदोलन एहोप् केत् आय, जांहा दो " तिलका मांझी हुल " ञुतुम तेबो बाडाया।
तिलका मांझी दो 13 जनवरी 1784 ई. हिलोक् पुलिस अधीक्षक ऑगस्टाल क्लीवलैंड के सार ते तुञ गोच् काते ब्रिटिश सोरकार बिरूध लाड़हाय एहोप् केत् आय। नोवा ञेलते आंगरेज दो आडी गेको बोतोर एना। ओनाते आंगरेज दो गोड़ो ञाम लागित् आयरकूट को होहोवाक् देया। 1785 ई. रे तिलका मांझी दोको साप् केदेया। बाबेर तेको तोल केदेया आर हाडगोर आचुर काते भागलपुर को इदि केदेया। ओंडे गे मित् बाड़े दारे रे फांसी को एमा: देया। ओना जायगा दो नितोक् " बाबा तिलका मांझी चौक " को मेता: आ। आंगरेजाक् नाहाचार आर सासोन खोन फुरगालो: लागित् तिलका मांझी दो आजा: जिवी एम केत् आय। ओनाते उनि दो नितोक् हों होड़ होपोनाक् रोड़ आर उइहार रे जीवित मेनाया।
* SANTALI QUESTIONS PAPER FOR JSSC CGL/TILKA MAJHI HOOL IMPORTANT QUESTIONS
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